केजरीवाल गिरफ़्तार हुए | ED arrests Kejriwal

केजरीवाल गिरफ़्तार हुए | ED arrests Kejriwal

नमस्कार मैं रवीश कुमार ईडी की गिरफ्त में अरविंद केजरीवाल चुनाव शुरू हुआ है और ईडी की कार्रवाई शुरू हो गई है क्या यह चुनाव हो रहा है यही इस चुनाव का लेवल प्लेइंग फील्ड है दिल्ली के मुख्यमंत्री के घर आज दल बल के साथ ईडी की टीम पहुंच गई है खबरें आंधी की तरह उड़ रही हैं कि केजरीवाल अब गिरफ्तार कर लिए जाएंगे उनसे पूछताछ चल रही है दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगा दिया जाएगा पुलिस ने उनके घर को घेर लिया है

 

आम आदमी पार्टी के विधायक और मंत्री भी दिल्ली के मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर पहुंचने लगे हैं आतिशी सिंह ने कहा है कि संविधान को बचाने के लिए हम लोग यहां जमा हुए हैं दिल्ली सरकार के एक और मंत्री सौरभ भारद्वाज का मीडिया में बयान आया है कि जिस तरह से मुख्यमंत्री के घर के अंदर पुलिस है लगता है कि रेड मारी गई है और हो सकता है कि गिरफ्तार भी कर लिए जाएं

 

आम आदमी पार्टी ने अभी से इसे राजनीतिक अभियान में बदलना शुरू कर दिया है उसे भी लगने लगा है कि केजरीवाल की गिरफ्तार हो सकती है इसलिए जोर दिया जा रहा है कि केजरीवाल को गिरफ्तार तो कर लेंगे लेकिन केजरीवाल की सोच को गिरफ्तार नहीं कर पाएंगे इसी लाइन पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भी ट्वीट किया है चुपचाप यहां परकिनारे खड़े है कोई कुछ नहीं कर रहा है चुपचाप खड़े हैं हम यहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी को बिल्कुल नाजायज तरीके से गैर कानूनी तरीके से बिना किसी सबूत के ईडी गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है

 

भारतीय जनता पार्टी के इशारों पर आज ईडी काम कर रही है और आप यहां प देखिए पूरी पुलिस की छावनी बना दी गई है और हम चुपचाप यहां खड़े हैं और पुलिस हमें हटा रही है तो मैं तो ये कह रही हूं कि दिल्ली पुलिस जो आज यहां खड़ी है इनको दिल्ली की महिलाओं की रक्षा के लिए खड़ी होनी चाहिए ना और दिल्ली के मुख्यमंत्री आज ये भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी जी ये चाहते हैं कि किसी भी तरीके से अरविंद केजरीवाल जी को गिरफ्तार करें ताकि वो लोकसभा चुनाव से बाहर रहे लेकिन अरविंद केजरीवाल जी एक सोच है विचारधारा है आप उनको गिरफ्तार कर सकते हो लेकिन उस सोच को गिरफ्तार नहीं कर सकते हो और हम सब निहत्थे देखि बिल्कुल निहत से सब खड़े हैं बिल्कुल चुपचाप खड़े हैं ना नारा लगा रहे क्या हमारे पास देश में खड़े होने का भी अधिकार नहीं है ये क्या कर रही है

 

भारतीय जनता पार्टी नरेंद्र मोदी जी क्या करना चाहते हैं देश में आचार संहिता लगी हुई है इलेक्शन कमीशन सो रहा है जिस तरीके
से आज ईडी सीएम साहब के यहां पे रेट डाल रही है मतलब पूरा एकदम पारदर्शी तरी आम आदमी पार्टी ईडी को लेकर आक्रमक रही है मंत्री आतिशी सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूछा कि जो आपने आम आदमी पार्टी के नेताओं के घर पर उनके ऑफिस में उनके लौकर में उनके पैथिक गांव में  मारे उनमें क्या एक पैसे की भी रिकवरी हुई है

 

आम आदमी पार्टी ने अपने कार्यकर्ताओं को दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास पर बुला लिया है केजरीवाल के घर के बाहर रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती भी कर दी गई है उनकी कानूनी सलाहकार की टीम प्रयास में है कि सुप्रीम कोर्ट में अर्जेंट सुनवाई हो जाए मगर चर्चा चल रही है कि उससे पहले केजरीवाल गिरफ्तार कर लिए जाए आज मैं ईडी से यह पूछना चाहती हूं ईडी जो भारतीय जनता पार्टी का आज एक राजनैतिक हथियार बना हुआ है कि यह तो बताइए कि आपकी सैकड़ों रेड के बाद आज आप जो समन पे समन समन पे समन समन पे समन भेज र हैं

 

यह तो आप बताइए कि आपको कितने पैसे मिले अभी तक कितना पैसा रिकवर हुआ अभी तक कितना प्रोसीड्स ऑफ क्राइम मिला जो छापे मारे आपने आम आदमी पार्टी के नेताओं पर के घर पर उनके ऑफिस में उनके लॉकर में उनके पत्रिक गांव में क्या एक रुपए की भी पैसे की रिकवरी हुई है नहीं हुई है ईडी अपने प्रेस रिलीज में लिखने लायक तक पैसे रिकवर नहीं कर पाई है मैं तो यह भी कहूंगी कि जितना पैसा ईडी ने अपनी रेड्स में लगा दिया उसका खर्चा भी रिकवर नहीं कर पाई होगी ईडी आज तक दो साल की इन्वेस्टिगेशन में ना ईडी को ना सीबीआई को सैकड़ों अफसर लगाने के बाद हजारों रेड करने के बाद एक रुपया भी आम आदमी पार्टी के किसी नेता से किसी मंत्री से अभी तक नहीं मिला है और यही कारण है

 

कि आम आदमी पार्टी के नेता बहादुरी से डटे हुए हैं भारतीय जनता पार्टी और उनके राजनैतिक हथियार ईडी के सामने वरना जिन-जिन पार्टियों के नेताओं ने भ्रष्टाचार किया है जैसे ही उन पर ईडी की रेड होती है जैसे ही उन पर ईडी का केस होता है जैसे ही उनको ईडी का समन आता है वह अगले दिन भारतीय जनता पार्टी का पटका पहन लेते हैं भारतीय जनता पार्टी की टोपी पहन लेते हैं और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो जाते हैं फिर ईडी जाके कोर्ट में हाथ जोड़ के कहती है जी हम केस बंद कर रहे हैं हमारे कागज खो गए हमारी फाइलें खो गई हमारे पास कोई सबूत नहीं है शाम से ही केजरीवाल के सरकारी आवास के बाहर पुलिस की भारी तैनाती की गई है लोहे के बैरिकेड लगा दिए गए हैं और अंदर जाने वाले हर व्यक्ति की शिनाख्त की जा रही है आपको याद होगा

 

दिल्ली के मुख्यमंत्री बनते ही केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार के दफ्तर में छापा पड़ा सीबीआई ने छापे मारे तब मामला संसद में उठा सरकार को सफाई देनी पड़ी कि मुख्यमंत्री के दफ्तर में छापा नहीं पड़ा है उस समय यह बहुत बड़ी बात थी कि मुख्यमंत्री के दफ्तर में छापा पड़ गया है आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के दफ्तर को क्यों सील किया गया था इसी तरह अगस्त 2019 का समय याद कीजिए शाम का वक्त था टीवी कैमरे पर सब कुछ लाइव चल रहा था पी चिदंबरम का का घर था सीबीआई के अफसर दीवार फांद रहे थे जबकि सीधे रास्ते से जा सकते थे मगर इस तरह का दृश्य रचा गया कि देखने में वह भयानक लग रहा था

 

चिंदबरम को 100 दिनों से ज्यादा जेल में बंद कर दिया गया इसी तरह का मंजर आज कुछ देखने को मिल रहा है केजरीवाल की सरकार और उसके मंत्री हमेशा ही एजेंसियों की निगाह में रहे हैं इसी तरह झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया गया अब केजरीवाल पर गिरफ्तारी लटक रही है कभी भी हो सकती है आज दिन में केजरीवाल को दिल्ली हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा कहा कि जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं मगर गिरफ्तारी रोकी जाए ईडी ने कहा हमारे पास केजरीवाल के खिलाफ काफी सबूत हैं इसलिए हम उन्हें पूछताछ के लिए बुला रहे हैं

 

तब कोर्ट ने कहा कि अगर आप केजरीवाल को नहीं बता रहे हैं कि किन कारणों से बुला रहे हैं तो हमें दिखाइए आपके पास किस तरह के सबूत हैं देख देखिए हम अभी अपने लीगल ऑप्शन तो बिल्कुल कंसीडर करेंगे लेकिन यह बहुत बड़ी विक्ट्री है कि ईडी के इतने विरोध के बावजूद भी हाई कोर्ट ने केस को डिस्मिस नहीं किया मुझे नहीं लगता कि आज तक किसी भी मैटर में ईडी को लाकर अपने कागज तक दिखाने पड़ गए सारा सबूत भी दिखाना पड़ गया कोर्ट में लेकिन उसके बावजूद हाई कोर्ट ने हमारी इंटरम रिलीफ की एप्लीकेशन को डिस्मिस नहीं किया बाकी और क्या लीगल ऑप्श है

 

हम जरूर एक्सप्लोर करेंगे लेकिन आज यह साबित हो गया कि जज साहब ने जब सारे कागज देख लिए तो उनको समझ में आ गया कि ईडी की बात सुनने लायक नहीं है दिल्ली शराब नीति का जांच का मामला 2 साल से चल रहा है ईडी ने केजरीवाल को नौ बार समन भेजे केजरीवाल हाजिर नहीं हुए उसकी वैधता को कोर्ट में चुनौती देते रहे मगर अब लगता है कि केजरीवाल गिरफ्तार कर लिए जाएंगे यह कोई सामान्य समय नहीं है केजरीवाल ने हाई कोर्ट में ने पहले ही सारे समन की संवैधानिक को चुनौती दी है जिस पर 22 अप्रैल को सुनवाई होनी है कोर्ट ने उनकी याचिका को रिजेक्ट नहीं किया है

 

केजरीवाल की याचिका पर जवाब देने के लिए ईडी को दो हफ्ते का समय दिया गया है और जो भी जवाब आएगा उस पर केजरीवाल ने जवाब देने के लिए एक हफ्ते का समय मांगा है इस हिसाब से अगली सुनवाई की तारीख 12 22 अप्रैल को रखी गई है लेकिन उसके पहले ही उनके घर को घेर लिया गया गिरफ्तारी की अफवाहें उड़ रही हैं और सच बताई जा रही हैं कि कभी भी हो सकती है क्या जांच के नाम पर जांच एजेंसियों के इस्तेमाल से विपक्षी दलों को इस तरह खत्म कर दिया जाएगा क्या इस तरह से चुनाव होता है क्या किसी को भरोसा नहीं कि जनता से समर्थन मिलेगा क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपनी लोकप्रियता पर भरोसा
नहीं है कि वे चुनाव में उतरने से पहले विपक्ष के नेताओं को इस तरह से बंद करा रहे हैं

 

क्या जनता इतनी भोली है वह नहीं देख रही है कि ये जांच एजेंसियां कितनी निष्पक्ष हैं अगर यह निष्पक्ष हैं तो बीजेपी के नेताओं के घर का पता इन्हें नहीं मालूम हर समय विपक्ष का नेता ही इन जांच एजेंसियों से क्यों घिरा नजर आता है क्यों चुनाव के मैदान में लड़ाई शुरू होने से पहले विरोधी दलों को निपटाने की कोशिश लगती है मनीष सिसोदिया पहले से जेल में है कई महीने हो गए सतेंद्र जैन कई महीनों से जेल में है संजय सिंह कई महीनों से जेल में अदालत के हस्तक्षेप और आदेश के बाद संजय सिंह को राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ दिलाई जाती कदम-कदम पर नेताओं को रोका जा रहा है इस तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है

 

केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद इस पार्टी में नेताओं का अकाल पड़ सकता है पार्टी में घबराहट फैल सकती है दिल्ली और पंजाब में केजरीवाल बीजेपी को चुनौती दे सकते थे कांग्रेस के साथ दिल्ली में केजरीवाल का गठबंधन हुआ है लगता था नहीं होगा मगर हुआ है और दोनों गठबंधन दोनों पार्टियों ने सामूहिक रूप से पोस्टर लगा दिए हैं अपने उम्मीदवारों के पोस्टर के नीचे लिख दिया है कि यह उम्मीदवार आम आदमी पार्टी का है मगर इंडिया गठबंधन का भी है

 

तो क्या इससे बीजेपी घबरा गई कई महीनों से केजरीवाल की गिरफ्तारी का नाटक चल रहा था आज उसकी संभावना प्रबल नजर आने लगी है मीडिया की खबरों में हमें एक जानकारी मिली अहम जानकारी है जो हम आपको बताना चाहते हैं 2019 में चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव उस समय के अजय भूषण पांडे को पत्र लिखा कि हम मजबूती से सलाह दे रहे हैं कि आपकी जो भी जांच एजेंसियां हैं वो चुनाव के समय निष्पक्ष होनी चाहिए उन्हें भेदभाव नहीं करना चाहिए यह पत्र तब लिखा गया था जब विपक्ष से जुड़े नेताओं के यहां छापे पड़ रहे थे आचार संहिता लागू होने के बाद भी छापे पड़ रहे थे

 

इसके जवाब में राजस्व विभाग ने कहा था हमारी कार्रवाई निष्पक्ष होती है तब आयोग ने कहा था कि इसकी जानकारी आप हमारे अवसरों को देते रहेंगे लेकिन चुनाव हो या कुछ भी हो विपक्ष के नेताओं पर जांच एजेंसियों का धावा कभी रुका ही नहीं या एक पैटर्न सा बन गया है छत्तीसगढ़ में विधानसभा का चुनाव चल रहा था वहां ईडी सक्रिय हो गई पड़ोस के राज्य मध्य प्रदेश में चुनाव चल रहा था वहां ईडी का पता नहीं कांग्रेस ने चुनाव आयोग से इस तरह की कारवाही रुकवाने की तब मांग भी की थी कर्नाटका कांग्रेस के नेता डी के शिवकुमार को इसी तरह मनी लरिंग के केस में एक महीने के लिए जेल में डाल दिया गया

 

सुप्रीम कोर्ट ने अभी कुछ दिन पहले ईडी के उस केस को ही खारिज कर दिया पूरा मामला रद्द हो गया डीके शिवकुमार बरी हो गए अब यह ट्रैक रिकॉर्ड है इस एजेंसी का क्या इस ट्रैक रिकॉर्ड से यह एजेंसी दावा कर सकती है कि इस वक्त वो निष्पक्ष कारवाई कर रही है क्या आपने कभी भी सुना है कि बीजेपी के बड़े नेताओं के घर पर इस तरह से ईडी की टीम पहुंची है आयकर विभाग की टीम पहुंची है पुलिस ने घेर लिया है कर्नाटका में भ्रष्टाचार के आरोप लगे पार्टी इस मुद्दे पर चुनाव हार गई चुनावी चंदे के बंड में तरह-तरह के पर्दाफाश हो रहे हैं

 

बड़ी-बड़ी कंपनियां बीजेपी को 100 करोड़ 200 करोड़ 3300 करोड़ का चंदा दे रही है क्या ईडी ने कोई जांच की ईडी के छापे के बाद ही कई कंपनियों ने करोड़ों का चंदा दिया है इस तरह की मीडिया रिपोर्ट अनेक मीडिया रिपोर्ट प्रकाशित हो चुकी है इस तरह-तरह के गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं दिख रहा है कि ईडी के छापे के डर से कंपनियां चंदा दे रही हैं दिख रहा है कि ईडी का छापा पढ़ने के बाद विरोधी दल के नेता बीजेपी में चले जा रहे हैं इसकी जांच कौन करेगा जब इस तरह से विपक्ष के नेता जेल में डाल दिए जाएंगे तब इस चुनाव का क्या मतलब रह जाएगा क्या हम कुछ और भारत अभी से देख रहे हैं

 

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